Coronavirus: कोरोना के डर से व्यापर प्रभावित सस्ता हुआ मुर्गा, लाल राशन कार्ड वालों को मिल रहा फ्री मुर्गा
Coronavirus: कोरोना के डर से व्यापर प्रभावित सस्ता हुआ मुर्गा, लाल राशन कार्ड वालों को मिल रहा फ्री मुर्गा
कोरोना के डर से व्यापर प्रभावित
मामला हमीरपुर जिले के राठ कोतवाली कस्बे का है, जहां कोरोना वायरस के कहर से धड़ाम हुए मीट व्यापार के व्यवसाइयों मुर्गा का रेट 20 रुपये किलो कर दिया और 100 रुपये में पांच मुर्गे देने लगे. उन्होंने लाल राशनकार्ड धारकों के लिए मुर्गा फ्री कर दिया, जिसके बाद जिन मीट की दुकानों पर सन्नाटा पसरा हुआ था, कुछ ही देर में ग्राहकों की लाइन लग गई. देखते ही देखते सारे मुर्गे कुछ ही देर में बिक गए. जब दुकानदारों से पूरे मामले में बात की गई तो उनका कहना था कि कोरोना के डर की वजह से उनका व्यापार बुरी तरह प्रभावित हुआ है. लोग मुर्गे खरीद नहीं रहे हैं और उनको उनका दाना लगातार खिलाना पड़ रहा है, जो 40 रुपये किलो मिलता है. इससे उनको काफी नुकसान हो रहा है. इसीलिए किसी भी तरह उनको बेंचना है और फिर व्यापार बंद करना है.
'लोगों को जागरूक करने के लिए दे रहे फ्री में'
मीट के कारोबारी कल्लू का कहना है कि लोग कोरोना से डरे हुए हैं और मुर्गे बिक्री बंद हो गई है, जिसकी वजह से 20 रुपये किलो किया तो दुकान में भीड़ लग गई. थोक विक्रेता सजीवन का कहना है कि हमने तो लाल राशन कार्ड वालो को फ्री में मुर्गा देना शुरू कर दिया है, जिससे लोग जागरूक हों और यह समझें कि मुर्गा में कोरोना नहीं है. उधर, जब ग्राहकों से बात की गई और उनसे पूछा गया तो उनका कहना था कि उन्हें कोरोना का डर नहीं है. ग्राहक शहीद ने बताया कि जब आलू से सस्ता मुर्गा मिल रहा है तो क्यों न मुर्गा खाएं. उन्होंने कहा कि कोरोना कुछ नहीं है, सिर्फ अफवाह है
कोरोना के डर से व्यापर प्रभावित
मामला हमीरपुर जिले के राठ कोतवाली कस्बे का है, जहां कोरोना वायरस के कहर से धड़ाम हुए मीट व्यापार के व्यवसाइयों मुर्गा का रेट 20 रुपये किलो कर दिया और 100 रुपये में पांच मुर्गे देने लगे. उन्होंने लाल राशनकार्ड धारकों के लिए मुर्गा फ्री कर दिया, जिसके बाद जिन मीट की दुकानों पर सन्नाटा पसरा हुआ था, कुछ ही देर में ग्राहकों की लाइन लग गई. देखते ही देखते सारे मुर्गे कुछ ही देर में बिक गए. जब दुकानदारों से पूरे मामले में बात की गई तो उनका कहना था कि कोरोना के डर की वजह से उनका व्यापार बुरी तरह प्रभावित हुआ है. लोग मुर्गे खरीद नहीं रहे हैं और उनको उनका दाना लगातार खिलाना पड़ रहा है, जो 40 रुपये किलो मिलता है. इससे उनको काफी नुकसान हो रहा है. इसीलिए किसी भी तरह उनको बेंचना है और फिर व्यापार बंद करना है.
'लोगों को जागरूक करने के लिए दे रहे फ्री में'
मीट के कारोबारी कल्लू का कहना है कि लोग कोरोना से डरे हुए हैं और मुर्गे बिक्री बंद हो गई है, जिसकी वजह से 20 रुपये किलो किया तो दुकान में भीड़ लग गई. थोक विक्रेता सजीवन का कहना है कि हमने तो लाल राशन कार्ड वालो को फ्री में मुर्गा देना शुरू कर दिया है, जिससे लोग जागरूक हों और यह समझें कि मुर्गा में कोरोना नहीं है. उधर, जब ग्राहकों से बात की गई और उनसे पूछा गया तो उनका कहना था कि उन्हें कोरोना का डर नहीं है. ग्राहक शहीद ने बताया कि जब आलू से सस्ता मुर्गा मिल रहा है तो क्यों न मुर्गा खाएं. उन्होंने कहा कि कोरोना कुछ नहीं है, सिर्फ अफवाह है
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